कोविड मानक संचालन प्रक्रियाओं और दिशा-निर्देशों को कड़ाई से लागू करने के लिए कहा
जय राम ठाकुर ने प्रदेश में कोविड-19 के मामलों में अचानक आई तेज़ी के कारण उभरी स्थिति से निपटने के लिए प्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आयोजित समीक्षा-बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही यह बात
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमन्त्री जय राम ठाकुर ने केन्द्र और राज्य सरकारों द्वारा कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए जारी की गईं सभी कोविड मानक संचालन प्रक्रियाओं और दिशा-निर्देशों को कड़ाई से लागू किया जाए। जय राम ठाकुर ने यह बात प्रदेश में कोविड-19 के मामलों में अचानक आई तेज़ी के कारण उभरी स्थिति से निपटने के लिए प्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आयोजित समीक्षा-बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही।
जय राम ठाकुर ने कहा कि हाई लोड वाले सात राज्यों पंजाब, दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, राजस्थान और उत्तर प्रदेश से 16 अप्रैल, 2021 के उपरान्त आने वाले लोगों को प्रदेश में आने के लिए 72 घण्टे पहले की आरटीपीसीआर नैगेटिव रिपोर्ट लानी होगी। जय राम ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश सरकार ने प्रदेश में पर्यटकों को आने की अनुमति प्रदान की है, लेकिन इसके साथ ही वायरस को फैलने से रोकने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा जारी की गई मानक संचालन प्रक्रियाओं का होटल मालिकों और पर्यटकों द्वारा कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए।
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में गत 45 दिनों के दौरान 10,690 कोविड के मामले रिपोर्ट किए गए हैं। जय राम ने कहा कि इसके अतिरिक्त कोरोना के कारण मृत्यु के मामले भी बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि गत 45 दिनों के दौरान प्रदेश में कोविड 19 के कारण 120 लोगों की मृत्यु दर्ज की गई है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि बसों, अन्य सार्वजनिक यातायात माध्यमों और निजी वाहनों में क्षमता से अधिक लोगों को बिठाने की अनुमति नहीं होगी। जय राम ने कहा कि वाहनों में भी फ़ेस मास्क पहनना कड़ाई से सुनिश्चित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि विवाह जैसे सामाजिक समारोहों के आयोजन से सम्बन्धित मानक संचालन प्रक्रियाओं का भी कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए।
जय राम ठाकुर ने कहा कि मानक संचालन प्रक्रियाओं के उल्लंघन में शामिल लोगों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। जय राम ने कहा कि लोगों की लापरवाही के कारण प्रदेश में कोविड के मामलों में तेज़ी आई है। उन्होंने कहा कि लोगों को अनावश्यक रूप से सार्वजनिक स्थलों पर न जाने और कार्यालयों में भी सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए जागरूक किया जाना चाहिए।