ऐफ़एसी ने की हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में शिक्षक-भर्ती की न्यायिक जाँच की माँग
ऐफ़एसी ने इस जाँच के लिए की हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के मौजूदा न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक जाँच आयोग के गठन की माँग
फ़ोरम अगेन्स्ट करप्शन (ऐफ़एसी) ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, शिमला में साल 2014 के बाद हुई शिक्षक-भर्ती की न्यायिक जाँच की माँग की है। ऐफ़एसी ने इस जाँच के लिए हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के मौजूदा न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक जाँच आयोग के गठन की माँग की।
ऐफ़एसी के संयोजक टिकेन्द्र पंवर ने वीरवार को शिमला में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय अधिनियम का उल्लंघन कर, करीब 250 शिक्षक भर्ती किए गए हैं। टिकेन्द्र ने कहा कि शिक्षकों की इस भर्ती में बहुत बड़ा भ्रष्टाचार हुआ है जिसमें सत्ता में बैठे लोग शामिल हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे में इसकी जाँच के लिए एक न्यायिक आयोग के गठन की ज़रूरत है। टिकेन्द्र पंवर ने कहा कि उन लोगों के ख़िलाफ़ भी कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए जिन्होंने धोखाधड़ी से फ़र्ज़ी दस्तावेज़ का इस्तेमाल करके नौकरी हासिल की है।