हिमाचल प्रदेश मिड डे मील वर्कर्स यूनियन द्वारा किया गया धरना-प्रदर्शन
हिमाचल मिड डे मील वर्कर्स यूनियन ने कहा है कि केन्द्र व प्रदेश सरकार लगातार मिड डे मील वर्कर्स का कर रही है शोषण
सीटू के आह्वान पर हिमाचल प्रदेश के ग्यारह ग्यारह ज़िला मुख्यालयों व ब्लॉक मुख्यालयों पर हिमाचल प्रदेश मिड डे मील वर्कर्स यूनियन द्वारा अपनी माँगों को लेकर धरना-प्रदर्शन किया गया। इस दौरान शिमला, रामपुर, रोहड़ू, नाहन, सोलन, अर्की, नालागढ़, चम्बा, धर्मशाला, हमीरपुर, मण्डी, करसोग, सरकाघाट, जोगिन्दर नगर, सिराज, कुल्लू, बंजार, आनी, ऊना आदि में बड़ी संख्या में वर्कर्स ने धरना-प्रदर्शन किया और प्रारम्भिक शिक्षा निदेशक को ज्ञापन भी दिया।
शिमला के प्रारम्भिक शिक्षा निदेशालय पर भी वर्कर्स ने प्रदर्शन किया जिसमें सीटू की हिमाचल प्रदेश इकाई के अध्यक्ष विजेन्द्र मेहरा, मिड डे मील वर्कर्स यूनियन की प्रदेश महासचिव हिमी देवी, सीटू नेता बालक राम, राम प्रकाश, यूनियन की जिलाध्यक्ष पुष्पा देवी, यूनियन के नेता दिनेश कुमार, शकुन्तला देवी, हेमा, हेमलता, जयवन्ती, सुनील, ध्यान चन्द कालटा, सुरजीत, सुमित्रा, जगत राम, निर्मला, लता, आशा, कमला, विद्या, चम्पा, बिमला, इन्द्रा, शान्ति, मीना, सन्तोष, मथरा, द्रोपता, कमला, चन्द्रकान्ता आदि शामिल थे।
हिमाचल मिड डे मील वर्कर्स यूनियन ने कहा है कि केन्द्र व प्रदेश सरकार लगातार मिड डे मील वर्कर्स का शोषण कर रही है। यूनियन ने कहा कि वर्कर्स को केवल दो हज़ार तीन सौ रुपये मासिक वेतन दिया जा रहा है। यूनियन ने आरोप लगाया कि वर्कर्स को कोई छुट्टी भी नहीं दी जाती और उनसे खाना बनाने के अलावा डाक, चपरासी, सफ़ाई, झाड़ू, राशन ढुलाई, बैंक, जलवाहक आदि सभी प्रकार के कार्य करवाए जाते हैं।