स्थानीय शहरी निकाय आय-सृजन के लिए अपने साधन सृजित करने के लिए कड़े प्रयास करें – जय राम ठाकुर

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमन्त्री जय राम ठाकुर ने कहा है कि स्थानीय शहरी निकाय आय-सृजन के लिए अपने साधन सृजित करने के लिए कड़े प्रयास करें। मुख्यमन्त्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने हाल ही में मुख्यमन्त्री शहरी आजीविका गारण्टी योजना आरम्भ की है ताकि शहरी क्षेत्रों में प्रत्येक घर को 120 दिन का निश्चित रोज़गार प्रदान किया जा सके। उन्होंने एक प्रभावी कर एकत्रीकरण तन्त्र विकसित करने पर भी बल दिया जिससे नगर परिषदों को न केवल राजस्व प्राप्त होगा बल्कि लोगों को बेहतर नागरिक सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई जा सकेंगी।
मुख्यमन्त्री ने कहा कि प्रदेश में स्मार्ट सिटी मिशन क्रियान्वित किया जा रहा है जिसके अन्तर्गत शिमला और धर्मशाला में स्मार्ट सिटी परियोजनाएं निष्पादित की जा रही हैं। शिमला स्मार्ट सिटी का परियोजना प्रस्ताव 2,905.97 करोड़ रुपये और धर्मशाला स्मार्ट सिटी का परियोजना प्रस्ताव 2,109.69 करोड़ रुपये है।
मुख्यमन्त्री ने कहा कि नगर निगम शिमला और नगर परिषद कुल्लू में अमृत मिशन का क्रियान्वयन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कुल आवण्टित 304.52 करोड़ रुपये में से इस परियोजना के अन्तर्गत 166.38 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं जिसमें से 119.58 करोड़ रुपये ख़र्च किए जा चुके हैं। मुख्यमन्त्री ने कहा कि यह परियोजना पेयजल आपूर्ति संवर्धन, जल उपचार संयन्त्र, मल निकासी उपचार संयन्त्र, नालियों, फ़ुट ब्रिज और फ़ुट ओवर ब्रिज के निर्माण, पार्किंग स्थल, पार्क और हरित स्थल विकसित करने पर लक्षित है।
मुख्यमन्त्री ने कहा कि प्रदेश के स्थानीय शहरी निकायों में स्वच्छ भारत मिशन भी क्रियान्वित किया जा रहा है ताकि ठोस कचरे का वैज्ञानिक प्रबन्धन हो सके और लोगों को स्वच्छता एवं सार्वजनिक स्वास्थ्य के बारे में जागरूक किया जा सके। उन्होंने कहा कि इस मिशन की कुल लागत 49.01 करोड़ रुपये है जिसमें से अभी तक 34.08 करोड़ रुपये जारी किए जा चुके हैं।

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