भारत सरकार ने दो लाख से ज़्यादा नौकरियां ख़त्म कर दी हैं, बोले राहुल गाँधी
राहुल गाँधी ने कहा कि देश इस सरकार के दौर में रिकॉर्ड बेरोज़गारी से जूझ रहा है क्योंकि लाखों युवाओं की उम्मीदों को कुछ पूंजीपति मित्रों के फ़ायदे के लिए कुचला जा रहा है
राहुल गाँधी ने रविवार को कहा है कि भारत सरकार ने दो लाख से ज़्यादा नौकरियां ख़त्म कर दी हैं। राहुल गाँधी ने कहा कि देश इस सरकार के दौर में रिकॉर्ड बेरोज़गारी से जूझ रहा है क्योंकि लाखों युवाओं की उम्मीदों को कुछ पूंजीपति मित्रों के फ़ायदे के लिए कुचला जा रहा है।
राहुल गाँधी ने कहा कि हर साल दो करोड़ रोज़गार का झूठा वादा करने वालों ने नौकरियां बढ़ाने की जगह दो लाख से ज़्यादा खत्म कर दीं। राहुल ने कहा कि उद्योगपतियों का ऋण माफ़ किया जा रहा है और पीऐसयू से सरकारी नौकरियां ख़त्म की जा रही हैं।
राहुल गाँधी ने कहा कि पीऐसयू भारत की शान हुआ करते थे और रोज़गार के लिए हर युवा का सपना हुआ करते थे, लेकिन आज ये सरकार की प्राथमिकता नहीं हैं। राहुल ने कहा कि उद्योगपतियों का ऋण माफ़ किया जा रहा है और पीऐसयू से सरकारी नौकरियां ख़त्म की जा रही हैं।
राहुल गाँधी ने कहा कि देश के पीऐसयू में रोज़गार साल 2014 में 16.9 लाख से कम होकर साल 2022 में मात्र 14.6 लाख रह गए हैं। राहुल ने कहा कि इसके उलट इन संस्थानों में कॉन्ट्रैक्ट भर्तियां लगभग दोगुनी कर दी हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या एक प्रगतिशील देश में रोज़गार घटते हैं।
राहुल गाँधी ने कहा कि पीऐसयू देश और देशवासियों की सम्पत्ति हैं, उन्हें आगे बढ़ाना है ताकि वो भारत की प्रगति के मार्ग को मज़बूत कर सकें।