देश सच पर बनते हैं, राहुल ने किया पद्मनाभन को प्रियदर्शनी साहित्य पुरस्कार प्रदान
राहुल गाँधी ने कहा कि सत्य को समय, दृढ़ता और धैर्य की आवश्यकता होती है, लेकिन अन्ततः सत्य झूठ से कहीं अधिक शक्तिशाली होता है
राहुल गाँधी ने शुक्रवार को कहा है कि देश सच पर बनते हैं और कभी भी झूठ पर नहीं बनाए जा सकते। राहुल ने आज केरल के कन्नूर के साधु सभागार में प्रसिद्ध प्रतिष्ठित भारतीय लघुकथा लेखक टी. पद्मनाभन को प्रतिष्ठित प्रियदर्शनी साहित्य पुरस्कार प्रदान किया।
राहुल गाँधी ने कहा कि राजनेताओं के रूप में हमें लेखकों की तरह बनने की आकाँक्षा रखनी चाहिए। राहुल ने कहा कि जो भी सच्चाई हमारे मन में आती है, उसे लोगों के सामने रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह बहुत कठिन काम है, क्योंकि लोगों को सच्चाई पसन्द नहीं आती। राहुल गाँधी ने कहा कि हालाँकि देेेश सच पर बनते हैं और कभी भी झूठ पर नहीं बनाए जा सकते। राहुल ने कहा कि यह एक ऐसा सबक है, जो हमारे संस्थापकों ने किसी और से बेहतर सिखाया है। उन्होंने कहा कि सत्य को समय, दृढ़ता और धैर्य की आवश्यकता होती है, लेकिन अन्ततः सच झूठ से कहीं अधिक शक्तिशाली होता है।
राहुल गाँधी ने कहा कि इसलिए अपने राजनीतिक जीवन में, वो जितना हो सके एक लेखक की तरह बनने की कोशिश करते हैं। राहुल ने कहा कि उनका जो भी कहने का मन होता है, वो कह देते हैं, भले ही इससे समस्याएं पैदा होती हों, लेकिन उनका मानना है कि वो भारत के लोगों के आहसानमन्द हैं, जिन्होंने उन्हें इतना प्यार और सम्मान दिया है कि वी उनसे सच बोलें, भले ही यह इतना सहज न हो।