मोदाणी घोटाले की जाँच के लिए जेपीसी का गठन किया जाएगा, बोले जयराम रमेश
जयराम रमेश ने आज कहा कि मोदाणी घोटाला कम से कम दो लाख करोड़ रुपये का है
काँग्रेस नेता जयराम रमेश ने बुधवार को कहा है कि मोदाणी घोटाले की जाँच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) का गठन किया जाएगा। जयराम रमेश ने आज कहा कि मोदाणी घोटाला कम से कम दो लाख करोड़ रुपये का है।
जयराम रमेश ने कहा कि जिस व्यक्ति ने अपनी पार्टी के लिए 8,200 करोड़ रुपये का चन्दा इकट्ठा किया, इतना भयंकर घोटाला किया कि सुप्रीम कोर्ट ने भी उसे असाँवैधानिक घोषित किया, वह आज दूसरों पर आरोप लगा रहा है। जयराम ने कहा कि याद रखें कि अपने चार रास्ते द्वारा नरेंद्र मोदी ने अपनी पार्टी के निजी स्वार्थ और सत्ता-लोभ के लिए चार लाख करोड़ रुपये का ठेका और लाइसैन्स दिया था।
जयराम रमेश ने कहा कि अगर आज भारत में ऐसी स्थिति है कि 21 अरबपतियों के पास इतना धन है, जितना कि 70 करोड़ भारतीयों के पास है, तो यह नरेंद्र मोदी की नीयत और नीति का ही परिणाम है। जयराम ने कहा कि ज़ाहिर-सी बात है कि इस 21 में अदाणी-अम्बानी की बहुत ही अहम भूमिका है।
जयराम रमेश ने कहा कि 28 जनवरी, 2023 से काँग्रेस ने बार-बार मोदाणी घोटाले की जाँच के लिए जेपीसी का गठन करने की माँग की है। जयराम ने कहा कि चुनाव-प्रचार शुरु होने के बाद भी काँग्रेस ने इस माँग को दोहराया है। उन्होंने कहा कि 23 अप्रैल, 2024 और सिर्फ़ पाँच दिन पहले तीन मई, 2024 को भी काँग्रेस ने इसे दोहराया है। जयराम रमेश ने कहा कि तीन अप्रैल 2024 से राहुल गाँधी ने अपने भाषणों में 103 बार अदाणी और 30 से अधिक बार अम्बानी का ज़िक्र किया है। जयराम ने कहा कि चार जून, 2024 को इण्डिया गठबन्धन के सत्ता में आने के बाद जेपीसी अवश्य गठित होगी।