विभाजनकारी और तानाशाही की राजनीति ख़ारिज हुई है, सोनिया को चुना गया सीपीपी अध्यक्ष

सीपीपी की आज हुई संसद के सैण्ट्रल हॉल में एक बैठक, जिसमें चुना गया सोनिया गाँधी को सीपीपी अध्यक्ष

काँग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने शनिवार को कहा है कि विभाजनकारी और तानाशाही की राजनीति ख़ारिज हुई है। सोनिया गाँधी को फिर से काँग्रेस संसदीय दल (सीपीपी) की अध्यक्ष चुना गया है। सीपीपी की आज संसद के सैण्ट्रल हॉल में एक बैठक हुई, जिसमें सोनिया गाँधी को सीपीपी अध्यक्ष चुना गया। इस बैठक में काँग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गाँधी समेत काँग्रेस पार्टी के साँसद मौजूद थे।
सोनिया गाँधी ने कहा कि इन चुनावों में लोगों ने विभाजनकारी और तानाशाही की राजनीति को ख़ारिज करने के लिए निर्णायक रूप से मतदान किया है। सोनिया ने कहा कि लोगों ने संसदीय राजनीति को मज़बूत करने और हमारे संविधान की रक्षा करने के लिए मतदान किया है। उन्होंने कहा कि लोगों ने आर्थिक और सामाजिक न्याय के एजैण्डे के लिए मतदान किया है। सोनिया गाँधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी, जिन्होंने अपनी पार्टी और उसके सहयोगियों को दरकिनार करके केवल अपने नाम पर जनादेश माँगा था, उन्हें राजनीतिक और नैतिक हार का सामना करना पड़ा है।

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