भारत जोड़ो न्याय यात्रा ज़रूरी है, क्योंकि संसद का दरवाज़ा सरकार ने बन्द कर दिया है
मल्लिकार्जुन खड़गे आज बोल रहे थे दिल्ली स्थित काँग्रेस मुख्यालय में भारत जोड़ो न्याय यात्रा की तैयारियों को लेकर काँग्रेस के मोर्चा संगठन, विभिन्न विभागों और प्रकोष्ठों की बैठक में
काँग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को कहा है कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा इसलिए ज़रूरी है, क्योंकि संसद का दरवाज़ा मोदी सरकार ने बन्द कर दिया है। मल्लिकार्जुन खड़गे आज दिल्ली स्थित काँग्रेस मुख्यालय में भारत जोड़ो न्याय यात्रा की तैयारियों को लेकर काँग्रेस के मोर्चा संगठन, विभिन्न विभागों और प्रकोष्ठों की बैठक में बोल रहे थे।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि राहुल गाँधी के नेतृत्व में 14 जनवरी से भारत जोड़ो न्याय यात्रा मणिपुर से शुरु होने वाली है। खड़गे ने कहा कि क़रीब 6,700 किलोमीटर दूरी तय करके यह यात्रा 15 राज्यों से होकर मुम्बई में समाप्त होगी। उन्होंने कहा कि यह सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय, तीनों पर केन्द्रित है।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि यह आम यात्रा नहीं है, बल्कि देश में लोकतन्त्र और संविधान बचाने की यात्रा है। खड़गे ने कहा कि राहुल गाँधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा निकली, जो ऐतिहासिक रूप से बेहद सफल रही, लेकिन फिर भी भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकालनी पड़ रही है, क्योंकि संसद जैसे राष्ट्रीय मंच का दरवाज़ा मोदी सरकार ने बन्द कर दिया है। उन्होंने कहा कि देश के बुनियादी मसलों पर संसद में चर्चा बन्द है। मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मणिपुर से लेकर संसद की सुरक्षा, बेरोज़गारी, महंगाई और दूसरे सभी सवालों पर चर्चा की इजाज़त ही नहीं है।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि संसद के शीतकालीन सत्र में देश के संसदीय इतिहास में सबसे ज़्यादा 146 विपक्षी साँसद निलम्बित हुए। खड़गे ने कहा कि सरकार ने इनको निलम्बित किया और फिर आपराधिक क़ानून विधेयक, दूरसंचार विधेयक, सीईसी विधेयक को बिना विपक्ष की भागीदारी के पास कराया। उन्होंने कहा कि जनविरोधी बिल उसी तरह पास हुए जैसे 2020 में कृषि क़ानूनों को पास किया था।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मोदी जी ने संसद को अभिनन्दन और जय-जयकार का मंच बना दिया है। खड़गे ने कहा कि हमें यह मंज़ूर नहीं है, इसलिए जनता के बुनियादी सवालों पर जनता के बीच जाने का रास्ता ही बचता है।