नीतिगत अराजकता के कारण सार्वजनिक स्वास्थ्य-संकट पैदा हुआ है, बोले जयराम रमेश
जयराम रमेश ने आज कहा कि ख़राब नीति-निर्माण संसाधनों को ग़लत दिशा में ले गया है
काँग्रेस के संचार महासचिव और राज्यसभा साँसद जयराम रमेश ने रविवार को कहा है कि नीतिगत अराजकता के कारण सार्वजनिक स्वास्थ्य-संकट पैदा हुआ है। जयराम रमेश ने आज कहा कि ख़राब नीति-निर्माण संसाधनों को ग़लत दिशा में ले गया है।
जयराम रमेश ने कहा कि भारत में होने वाली सभी मौतों में से 7.2 प्रतिशत वायु-प्रदूषण से जुड़ी हैं। जयराम ने कहा कि हर साल सिर्फ़ 10 शहरों में लगभग 34,000 मौतें होती हैं।
जयराम रमेश ने कहा कि नीतिगत अराजकता के कारण यह सार्वजनिक स्वास्थ्य-संकट पैदा हुआ है। जयराम ने कहा कि ख़राब नीति-निर्माण ने उपलब्ध संसाधनों को ग़लत दिशा में ले जाने का काम किया है।
जयराम रमेश ने कहा कि सरकार को आगे बढ़ने के लिए कुछ स्पष्ट क़दम उठाने होंगे। जयराम ने कहा कि अब समय आ गया है कि वायु-प्रदूषण (नियन्त्रण और रोकथाम) अधिनियम और नाक़्स, दोनों पर पुनर्विचार किया जाए और उन्हें पूरी तरह बदला जाए। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में किए गए जन-विरोधी पर्यावरण क़ानून संशोधनों को वापस लिया जाना चाहिए।