विपक्ष की आवाज़ को दबाकर सदन को चलाने का विचार ग़ैर-लोकतान्त्रिक है, बोले राहुल
राहुल गाँधी ने आज लोकसभा में सम्बोधित करते हुए कहा कि भारत के लोग विपक्ष से देश के संविधान की रक्षा करने की उम्मीद करते हैं
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गाँधी ने बुधवार को कहा है कि विपक्ष की आवाज़ को दबाकर सदन को चलाने का विचार ग़ैर-लोकतान्त्रिक है। राहुल गाँधी ने आज लोकसभा में सम्बोधित करते हुए कहा कि भारत के लोग विपक्ष से देश के संविधान की रक्षा करने की उम्मीद करते हैं।
राहुल गाँधी ने कहा कि यह सदन भारत के लोगों की आवाज़ का प्रतिनिधित्व करता है, और स्पीकर इस आवाज़ के अन्तिम मध्यस्थ हैं। राहुल ने कहा कि बेशक़, सरकार के पास राजनीतिक शक्ति है, लेकिन विपक्ष भी भारत के युवाओं की आवाज़ का प्रतिनिधित्व करता है, और इस बार पिछली बार से ज़्यादा महत्त्वपूर्ण रूप से।
उन्होंने कहा कि विपक्ष आपके काम करने में आपकी सहायता करना चाहेगा और हम चाहेंगे कि सदन अक़्सर और अच्छी तरह चले। राहुल गाँधी ने कहा कि सहयोग विश्वास के आधार पर होना चाहिए और विपक्ष की आवाज़ को सदन में प्रतिनिधित्व करने की अनुमति दी जानी चाहिए।
राहुल गाँधी ने कहा कि सवाल यह नहीं है कि सदन कितनी कुशलता से चल रहा है, सवाल यह है कि सदन में भारत की आवाज़ को कितना सुनने की अनुमति दी जा रही है। राहुल ने कहा कि इसलिए यह विचार कि आप विपक्ष की आवाज़ को दबाकर सदन को कुशलतापूर्वक चला सकते हैं, ग़ैर-लोकतान्त्रिक है। उन्होंने कहा कि इन चुनावों ने दिखाया है कि भारत के लोग विपक्ष से देश के संविधान की रक्षा करने की उम्मीद करते हैं।