न्याय-प्रणाली तक है आबादी के सिर्फ़ एक छोटे-से हिस्से की पहुँच, बोले ऐन. वी. रमना
ऐन. वी. रमना ने कहा कि जागरूकता और ज़रूरी साधनों की कमी के कारण ज़्यादातर लोग मौन रहकर दर्द सहते रहते हैं
भारत के सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश ऐन. वी. रमना ने कहा है कि हक़ीक़त यह है कि आज ज़रूरत पड़ने पर न्याय-प्रणाली तक हमारी आबादी के सिर्फ़ एक छोटे-से हिस्से की पहुँच है। ऐन. वी. रमना ने कहा कि जागरूकता और ज़रूरी साधनों की कमी के कारण ज़्यादातर लोग मौन रहकर दर्द सहते रहते हैं। ऐन. वी. रमना शनिवार को अखिल भारतीय ज़िला विधिक सेवा प्राधिकरणों की पहली बैठक में हिस्सा ले रहे थे।
ऐन. वी. रमना ने न्याय तक पहुँच को सामाजिक उद्धार का उपकरण बताया। रमना ने कहा कि लोगों को सक्षम बनाने में प्रौद्योगिकी बड़ी भूमिका निभा रही है। रमना ने न्यायपालिका से न्याय देने में तेज़ी लाने के लिए आधुनिक प्रौद्योगिकी-उपकरण अपनाने की अपील भी की।