दीक्षान्त समारोह में राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर और जय राम ठाकुर हुए एक-साथ शामिल

इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमन्त्री शान्ता कुमार भी थे मौजूद

ज़िला काँगड़ा के चौधरी सरवण कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के 16वें दीक्षान्त समारोह में आज हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर और मुख्यमन्त्री जय राम ठाकुर एक-साथ शामिल हुए। राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने इस समारोह की अध्यक्षता की जबकि जय राम ठाकुर इसमें मुख्य अतिथि के रूप में शामिल थे। इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमन्त्री शान्ता कुमार भी मौजूद थे।


दीक्षान्त समारोह में विश्वविद्यालय के आठ विद्यार्थियों को गोल्ड मैडल प्रदान किए गए। समारोह में 393 विद्यार्थियों को डिग्रियां प्रदान की गईं जिनमें 262 स्नातक, 110 स्नातकोत्तर और 21 पीएचडी स्तर की पढ़ाई पूरी करने वाले विद्यार्थी हैं। इस अवसर पर दो पूर्व विद्यार्थियों नन्द लाल शर्मा और तिलक राज शर्मा को भी सम्मानित किया गया।


इस अवसर पर राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि युवा विज्ञानियों और डिग्रीधारकों के ज्ञान का लाभ समाज, विशेषकर कृषि समुदाय को मिलना चाहिए। आर्लेकर ने युवाओं से अपने जीवन में अनुशासन, देशभक्ति, ईमानदारी और समर्पण जैसे मूल्यों को विकसित करने का आग्रह किया।
इस अवसर पर जय राम ठाकुर ने कहा कि चौधरी सरवण कुमार कृषि विश्वविद्यालय देश के हिमालयी राज्यों के कृषि अनुसन्धान और शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी विश्वविद्यालयों में एक है। जय राम ने कहा कि फ़सलों की पैदावार बढ़ाने और प्राकृतिक संसाधनों का ज़्यादा उपयोग सुनिश्चित करने के लिए कृषि उत्पादन तकनीकों, विभिन्न फ़सलों की किस्मों, भूमि एवं जल-प्रबन्धन, जैविक संसाधनों के उपयोग व संरक्षण, जल-भण्डारण एवं रोग व कीट नियन्त्रण तकनीकों जैसे विभिन्न क्षेत्रों में अनुसन्धान न केवल बहुत ज़रूरी है बल्कि यह किसानों की आर्थिकी को भी सुदृढ़ करने में सहायक होगा।
दीक्षान्त समारोह में हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमन्त्री शान्ता कुमार ने भी सम्बोधित किया। शान्ता कुमार ने कहा कि कृषि विश्वविद्यालयों के विज्ञानियों के परिश्रम और अनुसन्धान का ही नतीजा है कि आज भारत अन्न-उत्पादन में आत्मनिर्भर है।


इस अवसर पर राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर और जय राम ठाकुर ने विश्वविद्यालय के डिजी-लॉकर और वैबसाइट के अपडेटिड वर्जन का लोकार्पण भी किया। इससे पहले आर्लेकर और जय राम ने विश्वविद्यालय परिसर में 1.13 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित हरित अतिथि गृह का लोकार्पण भी किया।

You might also like

Leave A Reply

Your email address will not be published.