काँग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने सोमवार को कहा है कि प्रधानमन्त्री मोदी के बेहद क़रीबी पेटीऐम के फ़ॉउण्डर विजय शेखर शर्मा घपले कर रहे थे, और प्रधानमन्त्री मोदी इनकी पैरवी और प्रचार-प्रसार करते रहे। सुप्रिया श्रीनेत ने आज नई दिल्ली के विजय चौक में एक संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित किया।
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि पेटीऐम और उसके फ़ॉउण्डर विजय शेखर शर्मा पर मनी लाउण्ड्रिंग जैसे गम्भीर आरोप लगे हैं। सुप्रिया ने कहा कि ये आरोप ख़ुद आरबीआई ने लगाए गए हैं, जिसके कारण उनके पेटीऐम पेमैण्ट बैंक को प्रतिबन्धित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि आरबीआई की कार्रवाई की एक बड़ी वजह चीनी निवेश कम्पनी का ज़्यादातर निवेश पेटीऐम में होना भी था।
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि आरबीआई ने पेमैण्ट बैंक की शेयर होल्डिंग को लेकर भी चिन्ता जताई थी, जिसमें क़रीब 49 प्रतिशत हिस्सेदारी पेटीऐम कम्पनी की है। सुप्रिया ने कहा कि 51 प्रतिशत हिस्सेदारी विजय शेखर शर्मा के पास थी। उन्होंने कहा कि इससे यह साफ़ होता है कि एक व्यक्ति जिस तरह का भी निर्णय चाहे, ले सकता था।
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि प्रधानमन्त्री मोदी के बेहद क़रीबी विजय शेखर शर्मा ने लाइसैन्स मिलते ही घपले करने शुरु कर दिए, जिस कारण आरबीआई ने इन्हें बार-बार दण्डित भी किया। सुप्रिया ने कहा कि इतना होने के बाद भी प्रधानमन्त्री मोदी इनकी पैरवी करते रहे, इनका प्रचार-प्रसार करते रहे। उन्होंने कहा कि क्या पेटीऐम के उपभोक्ताओं का डाटा गोपनीय है, या फिर बीजेपी के साथ शेयर हो रहा है।
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि पहले अदाणी और अब पेटीऐम जैसे मोदी जी के चहेतों के ख़िलाफ़ एजैन्सियां शिथिल क्यों पड़ जाती हैं। सुप्रिया ने कहा कि क्या ईडी 95 प्रतिशत मामले राजनीतिक लोगों के ख़िलाफ़ करके सन्तुष्ट है।