अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के दो कार्यकर्ताओं ने एक स्टिंग ऑपरेशन में जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय (जेऐनयू) की हिंसा में संलिप्त होने की बात स्वीकार की है। एबीवीपी के कार्यकर्ताओं के इस खुलासे के बाद दिल्ली पुलिस के उन दावों पर भी सवाल खड़े हो गए हैं जो उसने प्रैस कॉन्फ़रैन्स में किए थे।
ग़ौरतलब है कि इण्डिया टुडे टीवी पर एक स्टिंग ऑपरेशन का प्रसारण किया गया है जिसमें एबीवीपी के दो कार्यकर्ता यह बात स्वीकार कर रहे हैं कि जेऐनयू हिंसा में उनकी भूमिका थी।