राष्ट्रपति के अभिभाषण में न दिशा है, न कोई विजन है, बोले मल्लिकार्जुन खड़गे

मल्लिकार्जुन खड़गे ने आज कहा कि राष्ट्रपति का अभिभाषण सिर्फ़ तारीफ़ों का पुल बाँधने वाला अभिभाषण है

काँग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को राज्यसभा में कहा है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण में न दिशा है, न कोई विजन है। मल्लिकार्जुन खड़गे ने आज कहा कि राष्ट्रपति का अभिभाषण सिर्फ़ तारीफ़ों का पुल बाँधने वाला अभिभाषण है।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि राष्ट्रपति संसद का सबसे अहम हिस्सा हैं। खड़गे ने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण का कनटैण्ट सरकारी होता है। उन्होंने कहा कि सरकारी पक्ष को इसे विजन स्टेटमैण्ट बनाना था। मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि चुनौतियों से कैसे निपटेंगे, ये बताना ज़रूरी था, लेकिन राष्ट्रपति के अभिभाषण में ऐसा कोई कनटैण्ट नहीं है।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि इस साल राष्ट्रपति का पहला अभिभाषण 31 जनवरी को हुआ था और दूसरा अभिभाषण 27 जून को हुआ। खड़गे ने कहा कि पहला अभिभाषण चुनावी था, और दूसरा भी वैसा ही है। उन्होंने कहा कि इसमें न दिशा है, न कोई विजन है। मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि पिछली बार की तरह यह भी सिर्फ़ तारीफ़ों का पुल बाँधने वाला अभिभाषण है।

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