काँग्रेस ने बुधवार को कहा है कि सूचना का अधिकार (आरटीआई) अधिनियम के तहत प्रधानमन्त्री मोदी के रेलवे स्टेशन पर लगे सैल्फ़ी पॉइण्ट की क़ीमत बताने वाले अधिकारी को सच की सज़ा दी गई है। काँग्रेस ने आज कहा कि इस अधिकारी के ख़िलाफ़ प्रधानमन्त्री मोदी के सैल्फ़ी पॉइण्ट की क़ीमत 6.25 लाख रुपये बताने पर सख़्त कार्रवाई की गई है।
काँग्रेस ने कहा कि पिछले दिनों आरटीआई से मोदी सरकार के फ़िज़ूलख़र्च की एक जानकारी सामने आई थी। काँग्रेस ने कहा कि इसमें बताया गया था कि रेलवे स्टेशन पर प्रधानमन्त्री मोदी के जो सैल्फ़ी पॉइण्ट बने हैं, उनकी क़ीमत 6.25 लाख रुपये प्रति सैल्फ़ी पॉइण्ट है। काँग्रेस ने कहा कि यह जानकारी बाहर आते ही मोदी सरकार के फ़िज़ूलख़र्च की चर्चा होने लगी।
काँग्रेस ने कहा कि अब मोदी सरकार ने एक सख़्त क़दम उठाया है। काँग्रेस ने कहा कि जिस अधिकारी ने आरटीआई के तहत यह जानकारी दी, उसका तबादला कर दिया गया है। काँग्रेस ने कहा कि सच बोलने की सज़ा तो मिलनी थी, सज़ा दे दी गई।