इण्डो तिब्बत बॉर्डर पुलिस बल के बलिदान का ऋणी है राष्ट्र

मुख्यमन्त्री जय राम ठाकुर ने आईटीबीपी के सैक्टर हैडक्वार्टर शिमला में फ़्लैग-इन सेरेमनी की अध्यक्षता करते हुए कही है यह बात

राष्ट्र इण्डो तिब्बत बॉर्डर पुलिस बल (आईटीबीपी) के बलिदान का ऋणी है। यह बात मुख्यमन्त्री जय राम ठाकुर ने आईटीबीपी के सैक्टर हैडक्वार्टर शिमला में फ़्लैग-इन सेरेमनी की अध्यक्षता करते हुए कही है। इस अवसर पर मुख्यमन्त्री ने गार्ड ऑफ़ ऑनर की सलामी भी ली।
मुख्यमन्त्री ने कहा कि आईटीबीपी देश की सीमाओं को सुरक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि आईटीबीपी भारत-तिब्बत सीमाओं की रक्षा करने के अलावा बचाव-कार्य, सीमा-सुरक्षा, आतंक-रोधी कार्यों के अतिरिक्त विभिन्न प्रकार से राष्ट्र की सेवा कर रहा है।
मुख्यमन्त्री ने कहा कि आइटीबीपी के पास एक विशेष पर्वतारोही बल है जो विशेषकर अधिकारियों और जवानों को पर्वतारोहण और स्कीइंग में प्रशिक्षित करता है। उन्होंने आईटीबीपी की उस टीम को बधाई दी जिसने 22,222 फ़ुट की ऊँचाई पर पर्वतारोहण अभियान ‘लियो पारगिल चोटी-2020’ कोड ‘नाम-योद्धा’ को फ़तह किया था।
मुख्यमन्त्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की चीन के साथ 260 किलोमीटर सीमा लगती है जिसकी सुरक्षा का महत्वपूर्ण कार्य आईटीबीपी कर रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आइटीबीपी को हर सम्भव सहायता प्रदान करेगी।
इस अवसर पर आईटीबीपी द्वारा मुख्यमन्त्री को लियो पारगिल ध्वज और स्मृति-चिन्ह से सम्मानित भी किया गया।

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