सरकार झूठ बोलकर ग़रीबों के ख़िलाफ़ एक बड़ी साज़िश कर रही है, बोलीं सुप्रिया श्रीनेत

सुप्रिया श्रीनेत ने आज एक संवाददाता सम्मेलन में नीति आयोग की हाल ही में जारी रिपोर्ट को लेकर कहा कि सरकार सिर्फ़ ग़रीबों का मख़ौल नहीं उड़ा रही है, बल्कि वह पूरे देश का मज़ाक़ बना रही है

काँग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने वीरवार को कहा है कि सरकार झूठ बोलकर ग़रीबों के ख़िलाफ़ एक बड़ी साज़िश कर रही है। सुप्रिया श्रीनेत ने आज एक संवाददाता सम्मेलन में नीति आयोग की हाल ही में जारी रिपोर्ट को लेकर कहा कि सरकार सिर्फ़ ग़रीबों का मख़ौल नहीं उड़ा रही, बल्कि वह पूरे देश का मज़ाक़ बना रही है।
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि सरकार कह रही है कि पिछले नौ साल में 24.82 करोड़ भारतीयों को ग़रीबी से उबार दिया गया है, लेकिन असल में यह ग़रीबों के ख़िलाफ़ एक बहुत बड़ी साज़िश है। सुप्रिया ने कहा कि सरकार का यह दावा ज़मीनी हक़ीक़त के विपरीत है।
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि जब 24.82 करोड़ भारतीयों को ग़रीबी से उबार दिया गया है, तो फिर वो रोज़मर्रा का सामान क्यों नहीं ख़रीद रहे हैं! सुप्रिया ने कहा कि दरअसल, यह 24.82 करोड़ लोगों को मुफ़्त राशन से वंचित करने की एक साज़िश है।
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि गगनचुम्बी इमारतों और एसी कमरों में बैठकर, मनमुताबिक़ सरकारी योजनाओं के बल पर ग़रीबी से जुड़ा एक सर्वे जारी किया गया है। सुप्रिया ने कहा कि यहाँ नीति आयोग ने ख़ुद ही अनुमान लगाया, ख़ुद ही सर्वे कराया, ख़ुद ही रिपोर्ट बनाई और ख़ुद की रिपोर्ट को प्रचारित भी किया। उन्होंने कहा कि फिर प्रधानमन्त्री मोदी और उनके मन्त्रिमण्डल ने इस रिपोर्ट की वाहवाही की।
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि यह 10 साल की मोदी सरकार की विफलताओं का सबसे बड़ा प्रमाण है, जिसमें मोदी सरकार ग़रीबी, भुखमरी, आर्थिक असमानता, बेरोज़गारी और महंगाई का समाधान ढूँढने की बजाय, झूठ का सहारा ले रही है। सुप्रिया ने कहा कि असल में मोदी सरकार सिर्फ़ ग़रीबों का मख़ौल नहीं उड़ा रही है, बल्कि वह पूरे देश का मज़ाक़ बना रही है।
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि यूपीए सरकार ने 27 करोड़ लोगों को ग़रीबी रेखा से बाहर निकाला। सुप्रिया ने कहा कि वर्ल्ड बैंक ने इस आँकड़े पर थर्ड पार्टी रिपोर्ट की पुष्टि की और इसे सही माना, लेकिन मोदी सरकार अपने ही मुँह मियां मिट्ठू बन रही है।

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