काँग्रेस ने सोमवार को कहा है कि आँकड़े झूठ नहीं बोलते, केवल प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ही ऐसा करते हैं। काँग्रेस ने आज कहा कि मोदी सरकार में अति-अमीर और मध्यम वर्ग के बीच खाई बढ़ी है।
काँग्रेस नेता जयराम रमेश ने आज कहा कि 2013-14 में शीर्ष एक प्रतिशत आयकरदाताओं ने कुल आय का 17 प्रतिशत कमाया। जयराम रमेश ने कहा कि 2021-22 तक शीर्ष एक प्रतिशत ने कुल आय का 23 प्रतिशत कमाया। उन्होंने कहा कि इसके अलावा अति-अमीरों की आय-वृद्धि मध्यम वर्ग की तुलना में बहुत तेज़ थी। जयराम रमेश ने कहा कि शीर्ष एक प्रतिशत आयकरदाताओं की आय में 2013-14 से 2021-22 तक साल-दर-साल 13 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जो कि सबसे कम 25 प्रतिशत आयकरदाताओं की आय की तुलना में 60 प्रतिशत अधिक तेज़ है।
जयराम रमेश ने कहा कि इतना ही नहीं, मुद्रास्फीति को समायोजित करने के बाद, सबसे कम 25 प्रतिशत आयकरदाताओं को वास्तव में 2019 की तुलना में 2022 में कम वास्तविक आय मिली। जयराम ने कहा कि इस दौरान सबसे कम 25 प्रतिशत की सकल आय 11 प्रतिशत गिर गई, जो वित्तीय वर्ष 2019 में 3.8 लाख करोड़ रुपये और वित्तीय वर्ष 2022 में 3.4 लाख करोड़ रुपये रह गई। उन्होंने कहा कि इस बीच शीर्ष एक प्रतिशत की वास्तविक आय वित्तीय वर्ष 2019 में 7.9 लाख करोड़ रुपये से 30 प्रतिशत बढ़कर वित्तीय वर्ष 2022 में 10.2 लाख करोड़ रुपये हो गई।
जयराम रमेश ने कहा कि 2013-14 से 2021-22 की अवधि के लिए आयकर रिटर्न पर सार्वजनिक रूप से उपलब्ध आँकड़ों का विश्लेषण, भारत जोड़ो यात्रा में उठाई गई बात की पुष्टि करता है। जयराम ने कहा कि आय-असमानता में लगातार बढ़ी है।