हिमाचल प्रदेश के ज़िला कुल्लू के शरण गाँव की गिनती देश के 10 हथकरघा गाँवों में होगी। केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास और कपड़ा मन्त्री स्मृति ईरानी ने कहा है कि ज़िला कुल्लू के धरोहर गाँव नग्गर के समीप के शरण गाँव को देश के उन दस गाँवों में दर्ज किया गया है जिन्हें हथकरघा गाँवों के रूप में चुना गया है। स्मृति ने कहा कि इससे न केवल हथकरघा उद्योग को बढ़ावा मिलेगा बल्कि ये गाँव पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र भी बनेंगे। उन्होंने कहा कि देश में निफ़्ट-केन्द्रों से भी हथकरघा उत्पादों को बढ़ावा देने में सहायता मिलेगी।
इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमन्त्री जय राम ठाकुर ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में लगभग 20 हज़ार लोग हथकरघा उद्योग से जुड़कर अपनी आजीविका कमा रहे हैं। हिमाचली शॉल और टोपी विश्व-प्रसिद्ध हैं। जय राम ने कहा कि कुल्लू और किन्नौरी शॉल को भारत सरकार द्वारा हथकरघा संरक्षण अधिनियम के अन्तर्गत आरक्षित किया गया है और इन दोनों उत्पादों का पेटैण्ट करवाया गया है।