राहुल गाँधी ने सोमवार को कहा है मोदी जी धर्म की नहीं, अधर्म, भ्रष्टाचार और झूठ की शक्ति का मुखौटा हैं। राहुल ने आज कहा कि जब-जब मैं उस शक्ति के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाता हूँ, मोदी जी और उनके झूठों की मशीन बौखला जाती है, भड़क जाती है।
राहुल गाँधी ने कहा कि मोदी जी को मेरी बातें अच्छी नहीं लगतीं, किसी न किसी तरह उन्हें घुमाकर वो उनका अर्थ हमेशा बदलने की कोशिश करते हैं, क्योंकि वो जानते हैं कि मैंने एक गहरी सच्चाई बोली है। राहुल ने कहा कि जिस शक्ति का मैंने उल्लेख किया, जिस शक्ति से हम लड़ रहे हैं, उस शक्ति का मुखौटा मोदी जी हैं। उन्होंने कहा कि वह एक ऐसी शक्ति है, जिसने आज भारत की आवाज़ को, भारत की संस्थाओं को, सीबीआई, आईटी, ईडी को, चुनाव आयोग को, मीडिया को, भारत के उद्योग जगत को और भारत के समूचे साँवैधानिक ढाँचे को ही अपने चंगुल में दबोच लिया है।
राहुल गाँधी ने कहा कि उसी शक्ति के लिए मोदी जी भारत के बैंकों से हज़ारों करोड़ रुपये के क़र्ज़ माफ़ कराते हैं, जबकि भारत का किसान कुछ हज़ार रुपयों का क़र्ज़ न चुका पाने पर आत्महत्या करता है। राहुल ने कहा कि उसी शक्ति को भारत के बन्दरगाह, भारत के हवाई अड्डे दिये जाते हैं, जबकि भारत के युवा को अग्निवीर का ‘तोहफ़ा’ दिया जाता है, जिससे उसकी हिम्मत टूट जाती है। उन्होंने कहा कि उसी शक्ति को दिन-रात सलामी ठोकते हुए देश का मीडिया सच्चाई को दबा देता है। राहुल गाँधी ने कहा कि उसी शक्ति के ग़ुलाम मोदी जी देश के ग़रीब पर जीऐसटी थोपते हैं, महंगाई पर लगाम न लगाते हुए, उस शक्ति को बढ़ाने के लिए देश की सम्पत्ति को नीलाम करते हैं।
राहुल गाँधी ने कहा कि उस शक्ति को मैं पहचानता हूँ, उस शक्ति को नरेन्द्र मोदी जी भी पहचानते हैं। राहुल ने कहा कि वह किसी प्रकार की कोई धार्मिक शक्ति नहीं है, वह अधर्म, भ्रष्टाचार और असत्य की शक्ति है। उन्होंने कहा कि जब-जब मैं उसके ख़िलाफ़ आवाज़ उठाता हूँ, मोदी जी और उनके झूठों की मशीन बौखलाती है, भड़क जाती है।
राहुल गाँधी ने कहा कि मोदी जी को मेरी बातें अच्छी नहीं लगतीं, किसी न किसी तरह उन्हें घुमाकर वो उनका अर्थ हमेशा बदलने की कोशिश करते हैं, क्योंकि वो जानते हैं कि मैंने एक गहरी सच्चाई बोली है। राहुल ने कहा कि जिस शक्ति का मैंने उल्लेख किया, जिस शक्ति से हम लड़ रहे हैं, उस शक्ति का मुखौटा मोदी जी हैं। उन्होंने कहा कि वह एक ऐसी शक्ति है, जिसने आज भारत की आवाज़ को, भारत की संस्थाओं को, सीबीआई, आईटी, ईडी को, चुनाव आयोग को, मीडिया को, भारत के उद्योग जगत को और भारत के समूचे साँवैधानिक ढाँचे को ही अपने चंगुल में दबोच लिया है।
राहुल गाँधी ने कहा कि उसी शक्ति के लिए मोदी जी भारत के बैंकों से हज़ारों करोड़ रुपये के क़र्ज़ माफ़ कराते हैं, जबकि भारत का किसान कुछ हज़ार रुपयों का क़र्ज़ न चुका पाने पर आत्महत्या करता है। राहुल ने कहा कि उसी शक्ति को भारत के बन्दरगाह, भारत के हवाई अड्डे दिये जाते हैं, जबकि भारत के युवा को अग्निवीर का ‘तोहफ़ा’ दिया जाता है, जिससे उसकी हिम्मत टूट जाती है। उन्होंने कहा कि उसी शक्ति को दिन-रात सलामी ठोकते हुए देश का मीडिया सच्चाई को दबा देता है। राहुल गाँधी ने कहा कि उसी शक्ति के ग़ुलाम मोदी जी देश के ग़रीब पर जीऐसटी थोपते हैं, महंगाई पर लगाम न लगाते हुए, उस शक्ति को बढ़ाने के लिए देश की सम्पत्ति को नीलाम करते हैं।
राहुल गाँधी ने कहा कि उस शक्ति को मैं पहचानता हूँ, उस शक्ति को नरेन्द्र मोदी जी भी पहचानते हैं। राहुल ने कहा कि वह किसी प्रकार की कोई धार्मिक शक्ति नहीं है, वह अधर्म, भ्रष्टाचार और असत्य की शक्ति है। उन्होंने कहा कि जब-जब मैं उसके ख़िलाफ़ आवाज़ उठाता हूँ, मोदी जी और उनके झूठों की मशीन बौखलाती है, भड़क जाती है।