भारत के पूर्व प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह ने देश की गिरती अर्थव्यवस्था पर चिन्ता जताते हुए कहा है कि भारत के पास तेज़ी से विकास-दर की सम्भावनाओं के बावजूद मोदी सरकार के कुप्रबन्धन से मन्दी आई है। उन्होंने कहा कि पिछली तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद का पाँच प्रतिशत पर आना दिखाता है कि अर्थव्यवस्था एक गहरी मन्दी की ओर जा रही है। मनमोहन सिंह ने यह भी कहा कि विनिर्माण-क्षेत्र में विकास-दर के 0.6 प्रतिशत के आसपास सिमटने से पता चलता है कि हमारी अर्थव्यवस्था नोटबन्दी और हड़बड़ी में लागू किए गए जीऐसटी से अभी तक उबर नहीं पाई है।