हिमाचल प्रदेश के मुख्यमन्त्री जय राम ठाकुर ने पर्यटन-परियोजनाओं को निर्धारित समय में पूरा करने के निर्देश दिए हैं। जय राम ठाकुर हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
जय राम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पर्यटन-क्षेत्र में असीम सम्भावनाएं हैं और राज्य सरकार पर्यटकों को बेहतरीन पर्यटन अधोसंरचना उपलब्ध करवाने के लिए प्रयासरत है। जय राम ने कहा कि मण्डी ज़िला के जंजैहली में पर्यटन-केन्द्र का कार्य लगभग पूरा हो चुका है जिस पर 25.17 करोड़ रुपये ख़र्च किए गए हैं। उन्होंने कहा कि इस केन्द्र में एक ओपन एयर थियेटर, तीन कॉटेज, एक कनवैनशन सैण्टर, एक कैफ़ेटेरिया और 12 आधुनिक कमरों की सुविधा उपलब्ध होगी।
जय राम ठाकुर ने कहा कि काँगड़ा में 17 करोड़ रुपये की लागत से काँगड़ा हाट का निर्माण किया जा रहा है। जय राम ने कहा कि डल झील के सौन्दर्यीकरण का कार्य भी इसी वर्ष सितम्बर माह तक पूरा हो जाएगा जिस पर चार करोड़ रुपये की लागत आएगी।
जय राम ठाकुर ने कहा कि सोलन ज़िला के क्यारीघाट में 29.90 करोड़ रुपये की लागत से कनवैनशन सैण्टर का निर्माण किया जा रहा है और इसका कार्य भी इसी वर्ष सितम्बर माह तक पूरा कर लिया जाएगा। जय राम ने कहा कि कण्डाघाट के नज़दीक 44 बीघा भूमि पर कला एवं शिल्प गाँव को विकसित करने का कार्य प्रगति पर है जिसके लिए वन स्वीकृतियां प्राप्त करने की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने कहा कि ये दोनों परियोजनाएं कालका-शिमला राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर स्थापित की जा रही हैं।
जय राम ठाकुर ने विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि मण्डी में शिव धाम परियोजना के प्रथम चरण का कार्य निर्धारित समय में पूरा करना सुनिश्चित किया जाए। जय राम ने कहा कि शिमला में बैनटनी कैसल के जीर्णोद्धार का कार्य इसी वर्ष सितम्बर माह तक पूरा किया जाएगा जिस पर 25.45 करोड़ रुपये व्यय किए जा रहे हैं। उन्होंने धर्मशाला-मैकलोडगंज, पलचान-रोहताँग, आदि हिमानी-चामुण्डा, श्री आनन्दपुर साहिब-श्री नैना देवी आदि रज्जू मार्गों के निर्माण-कार्य में तेज़ी लाने के निर्देश दिए। जय राम ठाकुर ने अधिकारियों को वन-स्वीकृतियों के मामले प्रभावी तरीके से उठाने के भी निर्देश दिए ताकि सभी पर्यटन-परियोजनाओं पर शीघ्र कार्य आरम्भ हो सके।