भारतीय अन्तरिक्ष अनुसन्धान संगठन ने किया रियूज़ेबल लॉन्च वहिकल का कामयाब परीक्षण

आरऐलवी का किया गया रविवार सुबह चित्रदुर्ग के एरोनॉटिकल टैस्ट रेंज से कामयाब परीक्षण

भारतीय अन्तरिक्ष अनुसन्धान संगठन (इसरो) ने रियूज़ेबल लॉन्च वहिकल (आरऐलवी) का कामयाब परीक्षण किया है। आरऐलवी का रविवार सुबह चित्रदुर्ग के एरोनॉटिकल टैस्ट रेंज से कामयाब परीक्षण किया गया।
इसरो ने जानकारी दी कि विंग बॉडी एयरक्राफ़्ट को हैलिकॉप्टर से साढ़े चार किलोमीटर की ऊँचाई पर ले जाकर लैण्डिंग के लिए रनवे पर छोड़ा गया। इसरो ने कहा कि आरऐलवी मूल रूप से एक स्पेस प्लेन है जिसे ऊँचाई से 350 किलोमीटर प्रतिघण्टा की रफ़्तार पर लैण्डिंग के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसरो ने कहा कि इसका निर्माण भारतीय रक्षा अनुसन्धान संगठन (डीआरडीओ) और इण्डियन एयरफ़ोर्स की मदद से किया गया है।
सैटेलाइट के प्रक्षेपण के बाद धरती पर वापस लौट आने से आरऐलवी का दोबारा इस्तेमाल किया जा सकता है। इससे पहले सैटेलाइट लॉन्च वहिकल आसमान में जाने के बाद नष्ट हो जाते थे।

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