मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को कहा है कि भारत के सामने लोकतन्त्र के अस्तित्व और संविधान के संरक्षण से जुड़ी चुनौतियां हैं। मल्लिकार्जुन खड़गे आज हैदराबाद में काँग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में बोल रहे थे।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम सभी आगे आने वाली चुनौतियों से अवगत हैं। खड़गे ने कहा कि ये चुनौतियां सिर्फ़ काँग्रेस पार्टी की नहीं हैं, बल्कि ये भारतीय लोकतन्त्र के अस्तित्व और भारत के संविधान के संरक्षण से जुड़ी हैं।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के शासन में आम लोगों के सामने चुनौतियां कई गुणा बढ़ गई हैं। खड़गे ने कहा कि प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने ग़रीबों, किसानों, मज़दूरों, महिलाओं और युवाओं की चिन्ताओं का समाधान नहीं किया, और वह अपने सिवा कुछ नहीं देख सकते। उन्होंने कहा कि ऐसे में हमें अपने लोकतन्त्र को बचाने के लिए एकजुट होकर इस तानाशाही सरकार को उखाड़ फेंकना होगा।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि संविधान और लोकतन्त्र की बुनियाद काँग्रेस ने रखी है, इसलिए इनकी रक्षा का ज़िम्मा भी काँग्रेस का ही है। खड़गे ने कहा कि इसके लिए आख़िरी साँस तक लड़ना होगा।