काँग्रेस नेता राहुल गाँधी ने बुधवार को उत्तर प्रदेश में बेहद तल्ख़ अन्दाज़ में कहा है कि भारत सरकार किसानों की आवाज़ दबाना चाहती है। काँग्रेस नेत्री प्रियंका गाँधी की गिरफ़्तारी के 48 घण्टे बाद लखीमपुर में हुई किसानों की हत्या के ख़िलाफ़ अब मोर्चे पर राहुल गाँधी डट गए हैं।
राहुल गाँधी ने कहा कि वो ख़ुद लखनऊ जाकर स्थिति समझना चाहते हैं क्योंकि लखीमपुर की घटना की पूरी सच्चाई अभी सामने नहीं आई है। राहुल ने मीडिया को हिदायत दी कि उसे लोकतन्त्र में सरकार से सवाल पूछने का काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मीडिया अपनी भूमिका नहीं निभा रहा है जिस कारण उन्हें यह काम करना पड़ रहा है।
उधर, संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने कहा कि अगर देश के प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी संसद, विपक्ष और मीडिया में से किसी एक के भी सवालों का जवाब दे रहे होते तो आज इस आन्दोलन की ज़रूरत न पड़ती। किसान नेताओं ने कहा कि किसी के भी सवालों के जवाब न देने के कारण किसान आन्दोलन के लिए मजबूर हुए हैं। संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने कहा कि केन्द्र सरकार ख़ुद को किसी के भी प्रति जवाबदेय नहीं समझती है।