नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध की आग दिल्ली को भी जला रही है। इस क़ानून को लेकर जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्र तीन दिन से विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं जिसमें छात्रों के साथ अब दूसरे लोग भी शामिल हो गए हैं। हालांकि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों द्वारा दक्षिण पूर्व दिल्ली के न्यू फ्रैण्ड्स कॉलोनी में दिल्ली यातायात निगम (डीटीसी) की कई बसों और एक दमकल वाहन में आग लगाने की बात कही है, लेकिन छात्रों ने ख़ुद को किसी भी प्रकार के हिंसक प्रदर्शन से अलग किया है। छात्रों के समूह ने बयान जारी करके कहा है कि प्रदर्शन में ‘कुछ ख़ास तत्व’ शामिल हो गए थे और उन्होंने इसे बाधित किया।
उधर, जामिया मिल्लिया इस्लामिया के मुख्य कुलानुशासक वसीम अहमद ख़ान ने आरोप लगाया है कि दिल्ली पुलिसकर्मियों ने विश्वविद्यालय में जबरन घुसकर कर्मचारियों व छात्रों को पीटा और उन्हें परिसर से जाने को मजबूर किया।