सार्वजनिक तौर पर दिए जाने वाले बयानों को लेकर काँग्रेस जल्द ही ऐडवाइज़री जारी करने जा रही है। काँग्रेस द्वारा यह कदम अग्निपथ योजना और उदयपुर हत्याकाण्ड पर काँग्रेस नेताओं की बयानबाज़ी के बाद उठाया जा रहा है।
ग़ौरतलब है कि हाल ही में काँग्रेस नेता मनीष तिवारी और आचार्य प्रमोद कृष्णम को अपने लेख और बयान के चलते पार्टी की नाराज़गी का सामना करना पड़ा था। काँग्रेस की टास्क फ़ोर्स के एक सदस्य ने बताया कि अहम मुद्दों को लेकर सार्वजनिक तौर पर जाने से पहले सभी वरिष्ठ नेताओं को पार्टी के मत के बारे जानकारी देने का फ़ैसला लिया गया है।