काँग्रेस ने शनिवार को गुजरात सरकार द्वारा अदाणी पॉवर समूह के मुँद्रा थर्मल पॉवर प्लाण्ट (ऐमटीपीपी) को 13,802 करोड़ रुपये दिए जाने को लेकर सवाल उठाए हैं। काँग्रेस ने आज गुजरात सरकार से पूछा कि ऐमटीपीपी से 3,900 करोड़ रुपये की वसूली के लिए क्या क़दम उठाए गए।
काँग्रेस नेता शक्ति सिंह गोहिल ने आज एक संवाददाता सम्मेलन में पूछा कि ऐमटीपीपी को पाँच साल तक 13,802 करोड़ रुपये किसके कहने पर दिए गए। शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि ऐमटीपीपी ने पाँच साल तक दस्तावेज़ नहीं सौंपे और सरकार ऐनर्जी चार्जेस के नाम पर करोड़ों रुपये देती रही। गोहिल ने पूछा कि ऐमटीपीपी को जो 3,900 करोड़ रुपये ज़्यादा दिए गए उनमें से कितने वापस आए। शक्ति सिंह गोहिल ने सवाल किया कि सरकार की इच्छा इन पैसों पर ब्याज लेने की है या नहीं।
शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि यह मनी लॉण्ड्रिंग है। गोहिल ने सवाल उठाया कि क्या प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को इसकी जाँच नहीं करनी चाहिए। गोहिल ने कहा कि यह मामला भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की जाँच का भी है।